30 जुलाई 2025 की सुबह रूस के कामचाटका प्रायद्वीप में धरती ने तेज़ झटकों से हिलना शुरू किया।
भूकंप की तीव्रता थी 8.8 — यानी बेहद खतरनाक स्तर पर।
इस कंपन का असर सिर्फ रूस तक सीमित नहीं रहा, बल्कि प्रशांत महासागर के कई देशों को अलर्ट पर ला दिया।
कई तटीय शहरों में सुनामी की लहरें उठीं, और लोगों को जल्दी से जल्दी ऊंचे स्थानों पर पहुँचाया गया।
यह घटना एक चेतावनी है कि प्रकृति कभी भी चौंका सकती है।
चलिए जानते हैं कौन-कौन से देश प्रभावित हुए, और स्थिति कितनी गंभीर थी।
📊 2. Russia Earthquake: सारांश तालिका: प्रभावित क्षेत्र, लहरें और प्रभाव
🌍 क्षेत्र 🌊 लहरों की ऊंचाई 🔍 असर और स्थिति
रूस – सेवेरो-कुरिल्स्क 3–5 मीटर शहर में बाढ़, 2000+ लोग निकाले गए, आपात स्थिति लागू
जापान – होक्काइडो 1.3 मीटर हजारों की निकासी, तटीय क्षेत्र खाली कराए गए
हवाई (अमेरिका) 1.7 मीटर शुरुआती चेतावनी, बाद में हटा ली गई, कोई नुकसान नहीं
फ्रेंच पॉलिनेशिया 1.1–2.5 मीटर अपेक्षाकृत हल्की सुनामी, खतरा टला
दक्षिण अमेरिका 2–3 मीटर निकासी आदेश, कुछ बंदरगाह बंद
कैलिफोर्निया, कनाडा, अलास्का 0.5 मीटर हल्का असर, बाद में चेतावनी हटा ली गई
रूस के सुदूर पूर्व में कामचाटका प्रायद्वीप में ज़ोरदार भूकंप आया।
इसकी तीव्रता 8.8 थी — जो इसे हाल के दशकों का सबसे खतरनाक भूकंप बनाता है।
यह भूकंप सिर्फ रूस तक सीमित नहीं रहा।
प्रशांत महासागर से लगे कई देशों में सुनामी अलर्ट जारी कर दिया गया।
भूकंप समुद्र की सतह के पास, सिर्फ 20 किलोमीटर की गहराई में आया था।
ऐसे उथले भूकंप अक्सर ज़मीन पर बड़ा असर डालते हैं।
रूस के सेवेरो-कुरिल्स्क में 3 से 5 मीटर ऊंची लहरें उठीं।
सड़कों पर पानी भर गया और कई घर जलमग्न हो गए।
करीब 2000 लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
स्थानीय प्रशासन ने आपातकाल घोषित किया।
जापान के होक्काइडो में भी लहरें 1.3 मीटर तक पहुंचीं।
सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए लोगों को बाहर निकाला।
हवाई में स्थिति पहले गंभीर मानी गई।
लहरें 1.7 मीटर की थीं लेकिन कोई खास नुकसान नहीं हुआ।
फ्रेंच पॉलिनेशिया के मार्केसास द्वीपों में पहले बड़ी लहरों की आशंका थी।
लेकिन वहां भी लहरें 2.5 मीटर से अधिक नहीं पहुंचीं।
चिली, पेरू, इक्वाडोर और मैक्सिको में तटीय इलाकों से लोगों को हटा दिया गया।
कुछ बंदरगाहों को एहतियातन बंद कर दिया गया।
कैलिफोर्निया, ओरेगन और अलास्का में भी हल्की चेतावनी जारी हुई थी।
लहरें आईं लेकिन गंभीर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
यह भूकंप "मेगाथ्रस्ट फॉल्ट" पर हुआ — जहां दो टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं।
इसी तरह के इलाकों में इतिहास में भयंकर सुनामी हुई हैं।
1952 में इसी इलाके में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
तब लहरें 18 मीटर तक उठी थीं और भारी नुकसान हुआ था।
वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी और झटके (aftershocks) आ सकते हैं।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
इस भूकंप के दौरान रूस के एक अस्पताल में सर्जरी चल रही थी।
ऑपरेशन थिएटर हिलता रहा, लेकिन डॉक्टरों ने काम नहीं रोका।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
लोगों ने इसे सच्ची बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल कहा।
ये घटना हमें याद दिलाती है कि हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए।
प्राकृतिक आपदाएं बिना चेतावनी के दस्तक दे सकती हैं।
अगर आप तटीय क्षेत्र में रहते हैं, तो प्रशासन की चेतावनियों को हल्के में न लें।
समय पर कार्रवाई ही जान बचा सकती है।
📢 डिस्क्लेमर (अस्वीकरण):
> इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न समाचार स्रोतों, सरकारी रिपोर्ट्स और आधिकारिक एजेंसियों द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य आपको समय पर, सटीक और जनहित में जानकारी प्रदान करना है।
हम प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को समझते हैं और पाठकों से आग्रह करते हैं कि वे किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन, मौसम विभाग या आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की आधिकारिक सलाह का पालन करें।
इस लेख का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है, न कि डर या भ्रम फैलाना।
कृपया अफवाहों से बचें और किसी भी आपात सूचना के लिए सरकारी स्रोतों पर ही भरोसा करें।
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